• रामलला शोभायात्रा, काशी जिला
  • मानव जीवन
  • स्वास्थ्य
  • शिक्षा
  • वित्तीय क्रिया-कलाप
  • प्रकाश पर्व दीपावली की अनन्त शुभकामनाएं

    ज्ञान एवं प्रकाश का पर्व दीपावली हम सभी के लिए मंगलमय हो


    Deepawali (Divali) : दीपावली (दिवाली)

    भारत वर्ष में दीपावली प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है | यह हिन्दुओं का एक प्रमुख पर्व है | प्रकाश सकारात्मकता, अच्छाई एवं ज्ञान का प्रतीक माना जाता है | इस तरह दीपावली अज्ञान पर ज्ञान, अन्धकार पर प्रकाश एवं बुराई पर अच्छाई की विजय के पर्व के रूप में मनाया जाता है | दीपावली दो शब्दों दीप और अवली से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है- दीपों की पंक्ति | इस दिन लोग अपने घरों में, घर के बाहर, खेत में, और सब जगहों पर मिट्टी के दीप जलाते है |

    ऐसा माना जाता है कि भगवान श्री रामचन्द्र जी अपने चौदह वर्ष के वनवास काल में लंका विजय के उपरान्त इसी दिन सीता, लक्ष्मण एवं अपने साथियों के साथ अयोध्या वापस आये थे और अयोध्या वासियों ने घर-घर दीप जलाकर उनका भव्य स्वागत किया था |

    दीपावली कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन मनाया जाता है | इस दिन लोग लक्ष्मी एवं गणेश की पूजा करते हैं | लक्ष्मी धन की देवी मानी जाती हैं और गणेश बुद्धि के देवता माने जाते हैं | इस तरह ये कामना की जाती है कि धन के साथ सद्बुद्धि का सामंजस्य बना रहे | इस दिन लोग मिठाइयाँ बाँटते हैं | इस दिन व्यापारी वर्ग अपने प्रतिष्ठानों में बही-खतों की पूजा करते हैं |

    श्री गोपालदास 'नीरज' की यह पंक्ति हमें हमेशा ध्यान रखनी चाहिए -
    "जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना, अँधेरा धरा पर कहीं रह न जाये"
    दीपावली पर्व का मुख्य उद्देश्य है कि हमें अपने अन्दर की बुराई एवं अहंकार स्वरुप रावण पर विजय पानी है | हमें किसी भी पर्व को मनाते समय अपने पर्यावरण, अपनी संस्कृति एवं सभ्यता को ध्यान में रखना चाहिए | पर्यावरण को क्षति पहुँचाने वाले वाले कार्य नहीं करने चाहिए | पटाखे एवं प्लास्टिक का उपयोग न किया जाय |

    पूर्व प्रधानमन्त्री श्री अटल विहारी वाजपेयी जी के शब्दों में -

    आओ फिर से दिया जलाएँ
    भरी दुपहरी में अधियारा
    सूरज परछाई से हारा
    अंतरतम का नेह निचोड़ें
    बुझी हुई बाती सुलगाएँ
    आओ फिर से दिया जलाएँ |

    हम पड़ाव को समझे मंजिल
    लक्ष्य हुआ आँखों से ओझल
    वर्तमान के मोहजाल में
    आने वाला कल न भुलाएँ
    आओ फिर से दिया जलाएँ |

    आहुति बाकी यज्ञ अधूरा
    अपनों के विघ्नों ने घेरा
    अंतिम जय का वज्र बनाने
    नव दधीचि हड्डियाँ गलाएँ
    आओ फिर से दिया जलाएँ |


    

    अक्षय ऊर्जा स्रोत

    प्रधानमन्त्री सूर्य घर योजना

    रू 90000 से 108000 तक छूट का लाभ पायें
    2 किलोवाट से 10 किलोवाट तक के सोलर पैनल पर

    ओम सोलर सिस्टम


    पलहीपट्टी, यूनियन बैंक के पास,
    सिन्धोरा भोजूबीर मार्ग, वाराणसी

    सम्पर्क सूत्र :
    ओम प्रकाश दीक्षित 9473780096
    रत्नेश कुमार उपाध्याय 9454737478
    प्रमोद कुमार 9453180494